Pyar or Taqraar - प्यार ओर तकरार
Wednesday 27 April 2016
आपकी दोस्ती ने बहुत कुछ सिखला दिया,
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया
कर्ज़दार हूँ मैं खुदा की ,
जिसने मुझे आप जैसे दोस्तों से मिला दिया |
Sunday 24 April 2016
“हंसी ने लबों पर थ्रिकराना छोड दिया
ख्बाबों ने सपनों में आना छोड दिया
नहीं आती अब तो हिचकीया भी
शायद आपने भी याद करना छोड’ दिया ”
Friday 22 April 2016
दिल की धड़कन और मेरी सदा है वो;
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है वो;
चाहा है उसे चाहत से बड़ कर;
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है वो!
Wednesday 20 April 2016
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो ख़ुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी ख़ामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जाए!
Friday 15 April 2016
इजहार-ए-महोब्बत करने के लिए तुमसे,
मैं कैसे कोई तारीख तय कर इंतजार करू.,
बेइन्तहा महोब्बत है तुमसे,
ख्वाहिश इतनी ही तुम्हे आखरी साँस तक प्यार करू
खुश्बू की तरह मेरी हर सांस मैं,
प्यार अपना बसने का वादा करो.
रंग जीतने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल मे सजाने का वादा करो…
Monday 11 April 2016
हमसे दोस्ती निभाते रहना
हर मोड़ पर आज़माते रहना,
लेकिन दूर कभी मत होना,
चाहे सारी उम्र भर सताते रहना ....
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