तेरे सीने से लगकर, तेरी आरजू बन जाऊँ,
तेरी साँसो से मिलकर, तेरी खुशबु बन जाऊँ,
फासले ना रहें कोई हम दोनो के दरमिआँ,
मैं, मैं ना रहुँ, बस तु ही तु बन जाऊँ !!
तेरी साँसो से मिलकर, तेरी खुशबु बन जाऊँ,
फासले ना रहें कोई हम दोनो के दरमिआँ,
मैं, मैं ना रहुँ, बस तु ही तु बन जाऊँ !!
Beautiful poetry
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