Friday 15 April 2016

खुश्बू की तरह मेरी हर सांस मैं,
प्यार अपना बसने का वादा करो.
रंग जीतने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल मे सजाने का वादा करो…

3 comments:

  1. वो सुनहरा ख्वाब! अब अधूरा, न जाने कहाँ पलकों में?
    खुश्बु बन जाता मैं, गर कोई टूट के चाहता हमें,,,,

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  2. वो सुनहरा ख्वाब! अब अधूरा, न जाने कहाँ पलकों में?
    खुश्बु बन जाता मैं, गर कोई टूट के चाहता हमें,,,,

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